Marbo Re Sugwa Dhanukh Se Lyrics in hindi – छठ पूजा, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भारतीय राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्र में मुख्य रूप से मनाया जाता है। यह प्राचीन त्योहार सूर्य देवता, सूर्य की पूजा पर ध्यान केंद्रित करता है, जो सुषमा और प्रतुषा के साथ होते हैं। छठ पूजा दीवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है, हिन्दू माह कार्तिक में, जो सामान्य रूप से अक्टूबर या नवंबर में होता है। यह त्योहार चार दिनों तक चलता है और विभिन्न धार्मिक रीति-रिवाजों और समारोहों से भरा होता है जो सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व रखते हैं।
Marbo Re Sugwa Dhanukh Se Lyrics in hindi – मारबो रे सुगवा धनुख से लिरिक्स इन हिंदी | छठ पूजा के गीत – Chhath Puja Ke Geet
नारियलवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥
ऊ जे मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए,
सुगा गिरे मुरझाए ॥
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥
ऊ जे मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए,
सुगा गिरे मुरझाए ॥
अमरुदवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥
ऊ जे मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए,
सुगा गिरे मुरझाए ॥
ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥
ऊ जे मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए,
सुगा गिरे मुरझाए ॥
सभे फलवा जे फरेलन खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥
ऊ जे मारबो रे सुगवा धनुख से,
सुगा गिरे मुरझाए,
सुगा गिरे मुरझाए ॥
ऊ जे सुगनी जे रोवेली वियोग से,
आदित होई ना सहाय,
आदित होई ना सहाय,
आदित होई ना सहाय,
देव होई ना सहाय,
आदित होई ना सहाय,
देव होई ना सहाय ॥
नारियलवा जे फरेला खबद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से,
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय ॥